भारतीय जीवनशैली आयुर्वेद आधारित जीवन शैली है यहाँ के ग्रामीण अंचलों में परंपरागत संस्कृति व्यवहार, भोजन आदि के रूप में इसे सरलता से देखा जा सकता है। यहाँ भोजन और दिनचर्या से ही रोग न हो ऐसा प्रयास किया जाता रहा है। यहाँ सूक्ष्म पोषक तत्वों को शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्व दिया जाता रहा है ये सूक्ष्म पोषक तत्व (Micronutrients) विभिन्न प्रकार के बर्तनों से सरलता से प्राप्त हो जाते हैं जो स्वास्थ्य को ठीक रखने में सहायता करते हैं। इसलिए पीतल ताँबा, काँसा, मिट्टी आदि के बर्तनों को आज भी विवाह के अवसर पर पुत्रियों को देना शुभ माना जाता है। और किसी भी शुभ काम में इनका प्रयोग भी सदियों से होता आया है|
यहाँ हम तांबे लाभ के बारे में विस्तार से जानेंगे –
(1) तांबा यानी काॅपर शरीर में काॅपर की कमी को दूर करता है। और बीमारी पैदा करने वाले जीवाणुओं से रक्षा करता है।
(2) तांबे के बर्तन में पानी रखने से वह प्यूरीफाई का काम करता है और तभी प्रकार के वैक्टेरिया को खत्म कर देता है, जो डायरिया , पीलिया, डिसेंटी पैदा करते हैं।
(3) तांबे में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होने के कारण शरीर में दर्द, ऐंठन और सूजन की समस्या नहीं होती है। आर्थराइटिस में तांबे के बर्तन का पानी विशेष लाभदायक होता है।
(4) इसका पानी कैंसर से लड़ने की क्षमता में वृद्धि करते हैं। अमेरिका कैंसर सोसायटी के अनुसार तांबे में कैंसर को शुरूआत में रोकने की क्षमता होती है क्योंकि इसमें कैंसर विरोधी तत्व पाये जाते है।
(5) पेट की सभी प्रकार की बीमारियों जैसे-पेट दर्द , गैस एसिडिटी और कब्ज में विशेष लाभ होता है।
(6) शरीर की आंतरिक सफाई में इसका पानी सहायक होता है। इसके अतिरिक्त लीवर, कीडनी किसी प्रकार के इंफेक्सन से बचाने की क्षमता रखता है।
(7) तांबा के एंटी वायरल, एंटी बैक्टेरिल और इंफ्लेमेट्री गुण शरीर के घावों को शीघ्र भरने में सहयोगी होते हैं।
(8) तांबे के बर्तन का पानी थाॅयराइड ग्रंथि को सुचारु रूप से चलाने में सहयोगी होता है।
(9) इसका पानी रात को भरकर लकड़ी के आधार पर रखना चाहिए इससे इसकी ऊर्जा बची रहती है।
(10) गर्मी के लिए चाँदी तांबा का पानी सर्दी में सोना और तांबे का पानी त्वचा को कांतिमय बनाने झुर्रियाँ व दाग धब्बों से बचाने के कारण ज्यादा समय तक जवाँ रखने में मदद करते हैं।
(11) शरीर में खून की कमी की समस्या को उत्पन्न नहीं होने देता।
(12) अल्ट्रावाॅयलेट किरणों से त्वचा को बचाने के लिए मेलालिन के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
(13) पाचन तंत्र को मजबूत और स्वस्थ बनाता है। मोटापा को कम करने भी सहायक होता है।
(14) यह वात-पित्त कफ को सम रखने में मदद करता है।
(15) दिल को स्वास्थ्य रखता है काॅलेस्ट्राॅल को कम करके बल्ड प्रेशर को नियंत्रित रखने में सहयोगी होता है।
(16) स्मरणशक्ति में वृद्धि होती है।
(17) यह एक औषधीय धातु है।
(18) शरीर को टाॅक्सीन्स (विष मुक्त) करता है।
अगर आप भी सूक्ष्म पोषक तत्वों को सरलता से पाना चाहते हैं तो आज से ही ताम्बे के बरतनों को अपने दैनिक जीवन में सम्मिलित कर लें |